WHAT DOES SHIV CHAISA MEAN?

What Does Shiv chaisa Mean?

What Does Shiv chaisa Mean?

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।

माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। shiv chalisa in hindi नारद शारद शीश नवावैं॥

तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

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